Sunday, August 12, 2012

कांग्रेस का ”मिशन नो नमो” पार्ट-३: क्या अन्ना मोदी का ८% वोट काट पाएंगे, अन्ना मोदी के साथ कांग्रेस का भी तो ३-४ % वोट काट सकते है तो इससे क्या हासिल होगा..बहुत कुछ...जरुर पढ़िए.

कांग्रेस की महत्वकांक्षी साजिश “मिशन नो नमो” अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुचती दिखती है और उस लक्ष्य को एक बहुत ही सुनियोजित तरीके से पूरा किया जायेगा जिसमे में कांग्रेस का सबसे बड़ा हथियार “मीडिया/ टीवी “ और सेकुलर जमात अपना भूमिका निभाने के तैयार हैं.. कांग्रेस को मालूम है की यदि गुजरात में मोदी का ८% वोट काट दिया जाये तो मोदी ८० सीट पर सिमट जायेंगे और फिर वह बीजेपी के राष्ट्रीय परिदृश्य पर आने के काबिल नहीं रहेंगे. जिसके लिए टीम अन्ना का सबसे पहले महिमाँ गान  किया जायेगा, उन्हें हीरो बनाकर टीवी और मडिया पेश करेंगे , मोदी और हिंदूत्व को मिडिया और सेकुलरों से गाली दिलाएंगे, स्वामी रामदेवजी और भारत स्वाभिमान को टीवी से गायब कर देंगे और बहुत कुछ....
 इस खेल में कांग्रेस का भी ३-४ % वोट कट सकता है लेकिन कांग्रेस को पता है हिंदुत्व वादी और राष्ट्रवादी ही मोदी को वोट करते है और वही वोट अन्ना का झंडा भी बुलंद करता है, यदि अन्ना को वोट मिलता है तो उसका स्रोत मोदी का वोट बैंक ही है और यदि अन्ना मोदी का ८% वोट काटने में सफल हो जाते है यह मोदी के लिए परेशानी का सबब बनेगा.
“मिशन नो नमो पार्ट-४” में कांग्रेस के इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन का भी खेल रहेगा जो सीमित लेकिन निर्णायक होगा, इस खेल में मोदी का बटन दबाने पर अन्ना को  २०/२२ वोट चुने हुए विधान सभा क्षेत्रो में सेट किया जा सकते है जहा पर कांग्रेस मरी हुयी है. इससे होगा यह की जाहिरा तौर पर मोदी की सीट कम तो होगी ही, सेकुलर छवि पैदा करके अन्ना टीम २०१४ के चुनावो तक बीजेपी/एनडीए  के भावी प्रधानमंत्री को गाली देते हुए कांग्रेस नियंत्रित टीवी और मिडिया पर छाई रहेगी जिसकी काली छाया बीजेपी के राष्ट्रीय परिदृश्य पर पद सकता है. कांग्रेस को भारत से मिटाने के लिए इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन को भी हटाना होगा.
क्योकि स्वामी रामदेव जी भी पहले से राजनीतिक विकल्प देने की बात कह रहे हैं और मोदी और स्वामी से इनकी नजदीकिया कांग्रेस को चुभ  रही हैं, कांग्रेस मिडिया से यही प्रचार कराएगी की “अब बाबा भी अन्ना की बराबरी के लिए पार्टी बनायेंगे. अन्ना पहले पार्टी बना लेते है तो  राष्ट्रवादी पहले अन्ना वाली पार्टी में निष्ठां दे देगे और बाद में स्वामी रामदेवजी की पार्टी में निष्ठां परिवर्तन करने से हिचकिचाएंगे. कांग्रेस की नीति होगी की अन्ना की पार्टी जल्दी से अपने प्रत्यासी भी घोषित कर दे जिससे दूसरों को बाद में परशानी हो...कांग्रेस वैसे भी बाबा रामदेव जी के बारे में हमेशा उनकी छवि गिराने वाली झूठी खबरों का ही टीवी पर प्रचार करती है और आगे भी और जोर शोर से करेगी..
कांग्रेस और अन्ना जी की सबसे बड़ी रुकावट सोशल मिडिया है जिसमे राजनीतिक विश्लेषकों के बाप अपने बंद कमरों से देश के युवाओ को सही तस्वीर देने में लगे हैं,,,वैसे तो हिंदू विरोधियो और राष्ट्र द्रोहियों पर असली हमला निर्णायक रूप से १५ अगस्त के बाद शुरू होगा, लेकिन अन्ना को छद्म हिंदू विरोधी राजनीति की छूट तो मिलने से रही....

जैसे चीन पकिस्तान को आगे करके भारत को उलझा कर रखता है वैसे ही कांग्रेस भी अन्ना को टीवी पर पर आगे करके स्वामी रामदेव को असमंजस में रखती है,.. लेकिन  कांग्रेस और अन्ना टीम दोनों को  बाबा-स्वामी-मोदी तिकड़ी की बौद्धिक और नैतिक  शक्ति का अहसास है और फिर भारत स्वाभिमान जैसा व्यापक राष्ट्रवादी  संगठन तो बाबा-मोदी-स्वामी तिकड़ी के साथ है,

No comments: